सोमवार, 25 नवंबर 2013

किस दर पे मै जाऊं


किस दर पे मै जाऊं, अब रूठकर तुझसे। 
अपना किसे बनाऊं, अब टूटकर खुदसे। 

-अंकित कुमार 'नक्षत्र '

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